बुद्ध पूर्णिमा 2020
Buddha Purnima 2020 |
वर्तमान में पूरे विश्व मे करोडों लोग भगवान बुद्ध के अनुयायी हैं । भारत के साथ-साथ चीन , नेपाल , सिंगापुर , वियतनाम , थाईलैंड , जापान , कम्बोडिया , श्रीलंका , मलेशिया , म्यांमार जैसे कई देशों में बुद्ध पूर्णिमा के दिन बुद्ध जयंती मनाई जाती है । भारत के बिहार स्थित बौद्ध गया बुद्ध के अनुयायीयों सहित हिन्दुओं के लिए भी एक धार्मिक स्थल है । नेपाल के कुशीनगर में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर लगभग एक महिने का मेला लगता है । श्रीलंका तथा कुछ अन्य देशों में बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर को वेसाक उत्सव के रूप में मनाया जाता है । बौद्ध अनुयायी इस दिन अपने घरों में दीये जलाते हैं फूलों से सजाते हैं , बौद्ध ग्रंथो का पाठ किया जाता है । इस दिन स्नान-दान का भी काफी महत्व है ।
वैशाख पूर्णिमा के दिन ही भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था इसलिए वैशाख मास की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है । लेकिन वैशाख पूर्णिमा के दिन न ही सिर्फ भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था बल्कि उन्हें बरसों जंगलों में भटकते और तपस्या करते हुए इसी दिन ज्ञान की प्राप्ति हुई थी । बरसों की कठिन तपस्या के पश्चात बौद्ध गया मे एक वट वृक्ष के नीचे बुद्ध को सत्य का ज्ञान प्राप्त हुआ या यूँ कहें की बुद्धत्व की प्राप्ति हुई । इसके पश्चात भगवान बुद्ध ने पूरी दुनिया में अपने ज्ञान के प्रकाश को फैलाया और वैशाख पूर्णिमा के दिन ही कुशीनगर में उनका महानिर्वान हुआ । जन्म से लेकर सत्य के ज्ञान और बुद्ध के महानिर्वान का दिन भी वैशाख पूर्णिमा ही है अतः यह दिन और भी महत्वपूर्ण हो जाता है ।
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भगवान बुद्ध का जन्म ईसवी पूर्व 563 इक्ष्वाकु वंशीय क्षत्रिय शाक्य कुल के राजा शुद्धोधन के घर हुआ था । इनकी माता का नाम महामाया था जो कोलीय वंश से थी । बुद्ध के जन्म के बाद उनकी माता की मृत्यु हो गई इसलिए उनकी मौसी गौतमी ने उनका लालन पालन किया । हिन्दू धर्म में बुद्ध को विष्णु का अवतार माना जाता है ।
इस वर्ष बुद्ध पूर्णिमा गुरूवार ,7 मई 2020 को मनाई जाएगी ।
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